देवर से दिल लगा के भाभी ने 1 लाख की सुपारी देकर अपने सुहाग का कराया क़त्ल। Devar Bhabhi Affair kahani Real Murder Story

  

प्रतिकात्मक चित्र

देवर से दिल लगा के भाभी ने 1 लाख की सुपारी देकर अपने सुहाग का कराया क़त्ल। Devar Bhabhi Affair kahani Real Murder Story


अक्सर आशिकी के सामने शादी के पवित्र सात फेरे भी मायने नहीं रखते हैं. शादी के अटुट बंधन पर खून के दाग लग जाते हैं. ऐसी ही है, ये खूनी कहानी. जिसमें रिश्तों के बिच खूनी खेल खेला गया है. जिस पति के लंबी उम्र के लिए कभी करवाचौथ का व्रत रखा था. उसकी सांसों की डोर काट दी. अन्तिम समय में उसने अपनी जिंदगी बचाने के लिए जिससे मदद मांगी थी.  वही पत्नी सनम बेवफा निकली.


अपनी पत्नी को फोन कर वो गोली के घाव होते हुए भी मदद की आशा में था. पर मदद करने वो नहीं आईAffairAffair. अगर वहां कोई पहुंचा तो दोबारा वही बदमाश , जो कुछ देर पहले ही गोली मार के भागे थे. वो इसबार फिर से निर्दिय तरिके से हमला करते हैं. लेकिन इस बार  पिस्तौल में बुलेट खत्म हो चुकी थी. तो चाकुओं से गोदकर मारा. जब तक बेरहमी से मारा तब तक सांसें हमेशा के लिए थम नहीं गई. ये वारदात है देवर-भाभी  के अवैध रिश्ते *illicit relation Story* और अपने पति को सुपारी किलर से क़त्ल कराने की.*



बिहार के किशनगंज में 26 जुलाई की रात्रि में हुआ क़त्ल।


Real Murder Story : क़त्ल की ये रियल घटना बिहार के किशनगंज की है, ये वारदात 26 जुलाई को घटित हुई है. किशनगंज का रहने वाले पप्पू गुप्ता एम.जी.एम. यानी माता गुजरी मेमोरियल  मेडिकल कॉलेज में कर्मचारी था. रोज की तरह वो अपनी ड्यूटी पर गए थे. रात्रि को ड्यूटी से बाइक द्वारा लौट रहे थे. जब वो घर लौट रहे थे, तभी एक स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार कुछ बदमाश पहले से ही घात लगाए बैठे थे. जैसे ही पप्पू वहां पर पहुंचे उन्होंने उनकी बाइक रुकवा ली. जिसके बाद उनको गोली मार दी. गोली लगने से वो लहूलुहान होकर नीचे जमीन पर गिर पड़े. वो सहायता मांगने के लिए चीखने लगे.और फिर थोड़ी देर बाद शांत हो गए.


कुछ समय बाद वहां से जा रहे राहगीरों ने उनकी हालत देखी तो उसी एम.जी.एम. अस्पताल में भर्ती कराया . परन्तु तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी. इस घटनाक्रम की सुचना मिलते ही पप्पू गुप्ता की पत्नी प्रीति गुप्ता रोते-बिलखते हुए वहां पर आ पहुंची. काफी समय तक रोते हुए उन्होंने बताया कि, उनके पति से तो किसी की कोई दुश्मनी नहीं रही थी. हो सकता है कि, किसी ने लूटपाट के इरादे से उनकी हत्या की हो.


उनकी पत्नी ने ये भी बताया कि, जब उनको गोली लगी थी, तब घायल अवस्था में भी उन्होंने मुझे फोन किया था. परन्तु काफी शोर शराबे के कारण. कुछ भी समझ नहीं आ रहा था. जिसके बाद जब वो अस्पताल पहुंची तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी. प्रीति की शिकायत पर किशनगंज पुलिस ने एफआईआर (F.I.R.)दर्ज की और मामले में छानबीन शुरू की.


 जब गोली मारी तो फिर चाकू क्यों मारा? पुलिस को  हुआ शक।

(Real Murder Story)

Devar Bhabhi Affair  : पुलिस की इन्वेस्टीगेशन के दौरान ये मालूम हुआ कि पप्पू गुप्ता को गोली मारने के साथ चाकू से भी बार बार हमला किया गया था. ऐसे में पुलिस की पड़ताल में नया मोड़ आया. क्योंकि अगर कोई लूटपाट करने के इरादे से हमला करता तो सिर्फ गोली मार देता. तो फिर गोली मारने वाले को चाकू मारने से की जरूरत क्या पड़ीं.


क्राइम सीन के आसपास के कुछ लोगों से पूछताछ करने एवं CCTV फुटेज से मालुम हुआ कि घटना के दौरान मौके पर एक स्कॉर्पियो गाड़ी को वहां देखा गया था. तब उस स्कॉर्पियो गाड़ी के नंबर को पता किया गया. इसी नंबर के द्वारा ये पता चला कि, जिसकी वो गाड़ी थी। उसने अपनी गाड़ी किसी सुपारी किलर को कुछ घंटे के लिए दी थी.


पुलिस ने जब उस गाड़ी वाले के मोबाइल की कॉल डिटेल निकाली एवं सर्विलांस की मदद से कई नंबरों की जांच की तो इससे उन्हें बड़ा सुराग मिला. क्योंकि असल में ये सुराग मृतक पप्पू गुप्ता के गांव के रिश्ते के भाई राज कुमार गुप्ता, उर्फ राजू गुप्ता से संबंधित था. जब  इस बारे में और पड़ताल की गई, तब जाकर बेवफा बीवी का नाम सामने आया. क्योंकि असल में पप्पू गुप्ता की पत्नी प्रीति ही इस सारे खूनी खेल की मास्टरमाइंड थी.


पप्पू गुप्ता से शादी के कुछ समय बाद ही, देवर राजू गुप्ता से प्रीति की मुलाकात हो गई थी. इसी बीच देवर राजू अपने गांव से किशनगंज जब उनके घर आया था। तभी भाभी प्रीति को नर्सिंग कोर्स कर रही थी, तो उसे एक या दो बार उसके साथ मेडिकल कॉलेज तक छोड़ने गया था. क्योंकि पप्पू गुप्ता मेडिकल कॉलेज में बेहद ही छोटा कर्मचारी प्लंबर का कार्य करता था. ऐसे में वो अपनी पढ़ी-लिखी पत्नी को नर्सिंग का कोर्स कराना चाहता था, जिस के लिए ही मेडिकल कॉलेज में दाखिला भी कराया था.


इसी कॉलेज में प्रीति BSC. नर्सिंग कर रही थी. इस दौरान कई बार देवर राजू उसकौ छोड़ने भी गया था. लेकिन बाहरी दुनिया को ये मालूम नहीं था कि, दोनों के बीच सिर्फ देवर भाभी का ही रिश्ता अब नहीं है. बल्कि दोनों उस रिश्ते की मर्यादा को काफी पहले लांघ चुके थे. क्योंकि अब दोनों के बीच वो रिश्ते बन चुके थे, जो एक पति-पत्नी के बीच होते हैं।


पति को शक हुआ तो  दी 1 लाख की सुपारी ,खुद को कराया विधवा।


Devar Bhabhi Story : इसी सब में पप्पू गुप्ता को इन दोनों के रिश्तों पर शक हो चुका था. इसलिए पत्नी से सवाल करने लगे थे. और यही सवाल अब पत्नी प्रिती को सौतन की तरह चुभने लग गये थे. फिर इन सवालों कि चुभन को प्रीति ने हमेशा के लिए खत्म करने कि मर्डर कि प्लानिंग कि, इस लिए फोन पर ही प्रेमी  देवर राजू कि सहायता से सुपारी किलर से बात की. एवम् अपने ही मांग के सिंदूर को हमेशा के लिए उजाड़ने के लिए, उसने सुपारी किलर से सौदा किया. ये क़त्ल का सौदा 1 लाख रुपये में तय हुआ था. जिसके संबंध में एडवांस में करीब 20 हजार रुपये भी दे दिए गए थे.


अब बारी थी, वारदात को अंजाम देने कि, मर्डर कि उस रात जब ड्यूटी से पप्पू गुप्ता घर लोटने के लिए रवाना हुए. प्रीति ने 26 ये जुलाई की तारीख अपने को विधवा करने की मुकर्रर की थी. यानी एक शादी शुदा महिला ने मांग से सुहाग के सिंदूर को हमेशा के लिए मिटाने के लिए खुद ही सुपारी दी. अब तय कि गई तारीख पर ड्यूटी का काम पूरा कर पप्पू ने बीवी को फोन किया.


उसने बताया कि, वो घर लौट आ रहा है, पर ये क्या पता था कि, वो अपनी मौत पक्की करने को सूचना दे रहा है. इधर, तुरंत पत्नी प्रीति ने देवर राजू को ये जानकारी दी उसका पति घर लोटने के लिए रवाना हो चुका है. पहले से कई सौ किलोमीटर का सफर तय कर किशनगंज घटना को अंजाम देने आए 3 से 4 सुपारी किलर एक जगह मौजूद थे. जैसे ही पप्पू गुप्ता वहां पर पहुंचा उसे रोक लिया गया और गोलीयों से मार दीया गया।


घायल अवस्था में खून से लहूलुहान होकर वो गिर गया. मरने से पहले आखिरी बार जान बचाने के लिए बीवी को फोन मिलाया. उसने बताया कि मुझे गोली लगी है. में मर रहा हूं, मुझे बचा लो. पर वो बीवी तो बेवफा थी उसी ने तो यह कांड रचा था. उसने पुलिस या अस्पताल में सुचना करने की जगह फिर से प्रेमी देवर को फोन मिलाया. उसे खूब फटकारा ओर कहा कि अभी मेरा पति जिंदा है. तुम अपना काम ढंग से नहीं कर सकें,इतने पैसे खर्च करने का क्या फायदा हुआ. जिंदा पति की बात सुनते ही राजू ने फिर से तुरंत सुपारी किलर को फोन किया. उसे कहा कि वो बचना नहीं चाहिए.


सुपारी किलर तुरंत से अपनी गाड़ी वापस मोड़ते हैं. फिर से वहीं घटनास्थल पर पहुंचते हैं, जहां हेल्प की आस में पप्पू गुप्ता चीख चिल्ला रहा था. पर अब इन किलर के पास गोली नहीं बची थी. इस लिए इन्होंने चाकू निकाला एवम् तब तक मारते रहे, जब तक उसकी मौत नहीं हो गई.


अब किशनगंज पुलिस ने अपनी सुझबुझ से इस खूनी साजिश का खुलासा करते हुए, घटना वाले दिन जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर पति की मौत पर रोने और आंसू बहाने वाली बीवी प्रीति गुप्ता,और इसके प्रेमी राजू कुमार गुप्ता एवं एक सुपारी किलर को भी गिरफ्तार कर लिया है।


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