4 मोनोपोली बिजनेस वाले स्म़ॉलकैप शेयर जिन शेयरों में पैसा लगाने पर ज्यादा मुनाफा हो सकता है। Best Monopoly stocks

  


बेस्ट मोनोपोली बिजनेस वाले कम्पनी के स्टॉक,किन सुरक्षित शेयरों में ज्यादा मुनाफा मिल सकता है।


मोनोपोली वाले बिजनेस में निवेश करना एक बेहतर निवेश की प्लानिंग मानी जाती है। बाजार में बड़े कॉम्पिटीटर के ना होने में इस तरह के Share पर कोई बड़ा खतरा व परेशानी नहीं होती है। इसलिए यह माना जाता है, कॉम्पिटिशन कम तो मुनाफा ज्यादा । हालांकि यह भी सही है कि, इस तरह की कंपनियों के बारे रिसर्च  कर उनके बारे में जानकारी का डेटा इकट्ठा करना बड़ा मुश्किल होता है, क्योंकि अधिक मुनाफे से आर्कषित होकर अक्सर नए बिजनेस प्लेयर बाजार में उतरते रहते हैं। आज के समय में बाजार में इस तरह की बहुत कम कंपनियां है, जिनकी पूरी तरह से मोनोपोली हो, लेकिन ऐसी कंपनियां तो मिल ही जाती हैं, जो एक प्रकार से मोनोपोली ( अपने एकाधिकार ) के बहुत निकट होती है। जिसकी वजह उनके ब्रांड पहचान एवम् किसी खास जियोग्राफी में उनका प्रभुत्व होता है। आज हम आपके समक्ष ऐसे 4 स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों की जानकारी लेकर आए हैं ,जो अपने व्यवसाय क्षेत्र में मजबूत एकाधिकार यानी मोनोपोली रखते हैं, एवं यह अपनी कैटेगरी की लीडरशिप पोजिशन का स्थान रखतें  है। तो आइए चलिए आपको बताते हैं- कौन से हैं वह स्टॉक.


1-NOCIL शेयर जानकारी


एन.ओ.सी.आई.एल. इस लिस्ट की पहली कंपनी है, जो इंडिया की सबसे बड़ी कंपनी है, ये मुख्य रूप से रबर केमिकल बनाती है । भारतीय मार्केट में इसकी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी वर्ल्ड की कुछ ऐसी महत्वपूर्ण कंपनियों में से है, जिसके प्रोडक्ट सेगमेंट में 22 रबर केमिकल हैं। दुनियाभर के चालिस से अधिक रबर बनाने वाली कंपनियों के साथ में कंपनी के व्यापारिक संबंध है, एवं यह संबंध तक़रीबन 40 साल से कायम रहते चले आ रहे है। कंपनी की कस्टमर लिस्ट में Ceat,Apollo, MRF, JK, Fiat,Michelin,Continental, Yokohama rubber, Bridgestone,Sumitomo Rubber,  जैसी बड़ी कंपनियां सम्मिलित हैं।


एक्सपर्ट का मानना है कि, आगे कंपनी को ग्लोबल प्लेयर्स के चाइना प्लस वनका भी प्रॉफिट होगा। अच्छे इन्वेस्टर्स को इस स्टॉक पर अपने ट्रैकिंग रेंज में रखना चाहिए।



2-Oriental Carbon & Chemicals लिमिटेड


Oriental Carbon & Chemicals ये घरेलू बाजार में इनसोल्यूबल सल्फर {IS} बनाने वाली एकमात्र कंपनी है। घरेलू मार्केट में इसकी लीडरशिप पोजिशन है। घरेलू बाजार में इसकी 55-60 प्रतिशत और अंतरराष्ट्रीय बाजार में 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। IS का उपयोग टायर इंडस्ट्री में रबर को वल्कनाइज्ड करने के हेतु किया जाता है। वल्कनाइजेशन प्रोसेस के अंतर्गत रबर को सल्फर के जरिए गर्म किया जाता है। कंपनी अपनी प्रोडक्शन की क्षमता विस्तार पर फोकस काम कर रही है। वर्तमान  समय में यह Share अपने 52 week हाई से 10 प्रतिशत तेज भाव पर नजर आ रहा है। बाजार के विशेषज्ञों को आगे भी इस Share में अच्छी तेजी आने की उम्मीद है।


3-Mold-Tek Packaging L.t.d. न्युज अपडेट


Mold Tek Packaging इंडिया में प्लास्टिक पैकेजिंग के क्षेत्र में लीडिंग पोजिशन बनाये हुए है। यह भारत की एकमात्र ऐसी कंपनी है, जो अपने मोल्ड लेबलिंग व्यवसाय के लिए इन हाउस रोबोट्स बनाने का कार्य करती है। इसके साथ ही यह हमारे देश की अकेली ऐसी पैकेजिंग कंपनी है, जो कि बैकवर्ड इंटिग्रेटेड है। वर्तमान आज के समय में इसके ग्राहकों की लिस्ट में Castrol, Asian Paints, Kansai Nerolac, Mondelez, HUL जैसे बड़े कम्पनीज सम्मिलित हैं।


Mold-Tek के ऐतिहासिक परफॉर्मेंस का रिकॉर्ड  देखें तो इसने मजबूत profit मार्जिन दर्ज की है। आगे फूड सेगमेंट में नए customers मिलने से कंपनी को प्रोडक्ट मिक्स में और सुधार आने की संभावना है। यह स्टॉक पिछले कुछ वर्षों का मल्टीबैगर शेयर रहा है। एवं आगे भी इसमें बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।


4-Triton Valves के बारे में जानकारी


Triton Valves यह घरेलू ऑटोमौटिक ट्यूब वॉल्व व कोर सेगमेंट की लीडर है। इसकी अपने क्षेत्र के बाजार में हिस्सेदारी 75 प्रतिशत है। इंडिया के लगभग सभी टायर उत्पादन कंपनीज़ इसकी कस्टमर सूची में शामिल हैं। कंपनी रेगुलर अपने शेयर धारकों को डिविडेंड का भुगतान करती रही है। फाइनेंसियल वर्ष 2021 के लिए इसने 10 रुपये फेस वैल्यू के शेयर पर 20 रुपये का डिविडेंड भुगतान किया था।


कंपनी में कमी के विषय में चिंता का अकेला मुद्दा इसका अधिक कर्ज  है। अभी कंपनी पर तकरीबन 1 अरब रुपये का कर्जा है। जिसके कारण अभी इसका डेट इक्विटी रेश्यो 1 से अधिक हो गया है। आशा है कि कंपनी फाइनेंसियल वर्ष 2022 में 15 करोड़ रुपये का इन्वेस्टमेंट करेगी, जिसमें से कुछ रुपए का इंतजाम कर्ज से किया जाएगा। यह शेयर पिछले कुछ टाइम से दबाव में चल रहा है। जून व सितंबर 2021 तिमाही में कंपनी को नुक्सान हुआ था। पिछले कुछ वर्षों के दौरान इस शेयर में 28 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिली है।


अब ये जानना जरूरी है कि, क्या सभी मोनोपॉली वाले शेयर रिस्क फ्री होते हैं? तो इसका सीधा जबाव है नहीं। पहले से इस तरह के कई उदाहरण है कि, मोनोपॉली  वाली कंपनियां उस समय लड़खड़ा जाती है, जब उनके समक्ष एकाएक कोई बड़ा कॉम्पिटीटर आ जाता है। इसलिए यह अवश्य ही ध्यान में रहे कि, सभी मोनोपॉली वाली कंपनियां रिस्क फ्री नहीं होती हैं । ऐसा सोचना आपके लिए बहुत बड़ी गलती होती है।


इन्डियन मार्केटस का उदाहरण ले तो, रिलायंस जियो के बाजार में इन्टर होने के पश्चात् देश में पहले से मौजूद टेलिकम्युनिकेशंन कंपनियों के सामने अचानक बड़ा मजबूत कॉम्पिटर खड़ा हो गया । इस व्यवसायिक प्रतिस्पर्धा का नुकसान भारती एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियों को झेलना पड़ा है। Bsnl जैसी सरकारी कम्पनी भी जुझ रही है तो वोडाफोन आइडिया तो आज अपना अस्तित्व बचाने के प्रयास में लगी हुई है। ऐसी स्थितियों में इन्वेस्ट करते समय सिर्फ मोनोपॉली बिजनेस को ही अपना आधार ना माने। निवेश करते समय कंपनी का बिजनेस मॉडल, उसके प्रबंधन का तरीका, कम्पटिशन में उसके टिके रहने की ताकत को भी अपने ध्यान में जरूर रखना चाहिए।



Comments

Popular posts from this blog

लड़कियों के महावारी/पीरियड में पेट दर्द का इलाज अब इस तकनीक से हो सकेगा!.

अपनी पत्नी के लिए ‌बेस्ट makeup product select करने के 10 टिप्स

मानव आँखों के इन खोज: वह 50 दिलचस्प तथ्य जो आप नहीं जानते होंगे Human Eye: 50 Fascinating Facts You Didn't Know