सेक्स किसके साथ करें, ध्यान दें नैतिकता का जीवन में क्या महत्व है,हमें क्या नहीं करना चाहिए!

 


जीवन में सफलता मिलेगी बस पता होना चाहिए, हमें जीवन में निर्णय कैसे लेने चाहिए! सफलता प्राप्त करने के तरीके! खुद को कन्ट्रोल रखें!


हर लड़के और लड़की को यह जानना चाहिए कि जीवन में उसका मकसद क्या है - उन्हें जीवन में विशाल सफलताओं को प्राप्त करना है, मान और सम्मान से युक्त जीवन जीना है, व अपने आप को खतरे में नहीं डालना है। एक स्त्री और पुरुष के बीच जो आकर्षण होता है, वह सिर्फ एक दूसरे को देखने तक ही सीमित होना चाहिए ,उसके बाद चाहे स्त्री हो या पुरुष उसे अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखना चाहिए, 


क्योंकि जब कोई नैतिकता को लांघने लगता है ,तो यह उसके लिए भय उत्पन्न करने वाला साबित होता है, उस परिस्थिति में चाहे स्त्री मानसिक तौर पर सक्षम हो या पुरुष मानसिकता तौर पर सक्षम हो, उन्हें अपनी भावनाओं पर नियंत्रण करना ही चाहिए!


क्योंकि वो क्षण आपके भविष्य की जिंदगी को प्रभावित करने वाला होता है!अगर आप नैतिकता का पालन करते हैं तो, अपने जीवन में सम्मान के साथ जीते हैं! सुरक्षित जीवन जीते हैं, लेकिन अगर आप आकर्षण के कारण उत्सुकता के कारण अपने आप पर नियंत्रण नहीं रख पाते ,तो आप अपने जीवन के खतरों को खुद निमंत्रण दे रहे होते हैं ,जो एक पुरुष का स्वभाव होता है उसके अंतर्गत जो भी बातें उसके मन में आती है, सेक्स के संबंध में वह जब भी आपके दिमाग में प्रवेश करें या  जब भी आप उस और आकर्षित होने लगे तो आप  अपने ध्यान को हटा ही लीजिए,


कुछ और सोचने का प्रयास करें कि, उस क्षण के बाद आपकी नैतिकता आपसे क्या कहेगी, उस बारे में सोचिए - आप सोचिए कि आपका परिवार अगर इस वक्त यहां पर मौजूद होता तो, आप कैसा व्यवहार करते, उसी प्रकार एक स्त्री का आकर्षण जब किसी पुरुष की ओर होने लगता है तो, उस लड़की को यह सोचना चाहिए कि, उसकी अपने प्रति अपने जीवन के प्रति जिम्मेदारी क्या है!



क्या उसे जो अपने परिवार से विश्वास मिला है ,उसके विपरीत तो कुछ नहीं कर रही ,आज अगर किसी बेटी की  पिता उसे कॉलेज नहीं भेजते उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर नहीं करते,तो उसका कारण ऐसी सामाजिक घटनाएं हैं ,जब उनके माता पिता उन्हें भेजते तो पढ़ने के लिए है,लेकिन आकर्षण के कारण वह पढ़ाई से ज्यादा अपने प्रेम को गंभीरता से लेती हैं, एवम् ऐसे उदाहरण आपको बहुत सारे मिल जायेंगे, जब लड़कियों ने अपनी पसंद से अपने लिए अपना जीवन साथी चुन लिया हो।



 लेकिन जब वह लड़की मां बनती है,उसके बच्चे बड़े होते हैं,और जो उसकी लड़की जब किसी  के प्रेम में अपने परिवार को महत्व नहीं देती, तब उस लड़की को पता चलता है कि, सामाजिकता क्या होती है एवं ऐसा सिर्फ लड़की के संबंध में नहीं, लड़कों के संबंध में भी ऐसा ही है,हर माता पिता अपने बच्चों के लिए अच्छे वर कि ही तलाश  की कोशिश करते हैं।


यही सच्चाई है लव मैरिज की अपेक्षा अरेंज मैरिज ज्यादा कामयाब होती है,क्योंकि जब जीवन में हर रोज भूख लगती है -हर रोज जिंदगी की मुसीबतें आपके सामने खड़ी होती है- हर रोज जब आप की आवश्यकता बढ़ने लगती है,तो सिर्फ प्रेम ही काफी नहीं होता जिंदगी में,क्योंकि प्रेम सिनेमा घर के पर्दे पर अच्छा लगता है ।



 सिनेमाघर शब्द का उपयोग में इसलिए कर रहा हूं, कि हमारी सामाजिकता में बहुत से लोग सिनेमा से प्रभावित है,लेकिन एक कठोर सत्य यही है कि, सिनेमा एक अलग विषय है, और जीवन एक अलग विषय- जो सिनेमा के अनुसार जिंदगी जीना चाहते,उन्हें अपने लाइफ में बहुत बार अपने अंदर ही अंदर जलना होता है! आज हमारी पीढ़ी के लोग बहुत ही एडवांस्ड होते जा रहे हैं,लेकिन हमें एडवांस्ड होना है,जीवन को सफल बनाने के तरीकों में!


 जब देश के महत्वपूर्ण पदों पर लड़के और लड़कियां विशाल सफलताओं को प्राप्त करें, मान और सम्मान को प्राप्त करें ,जब एक लड़की सफल होती है!अपने जीवन में सरकारी नौकरी प्राप्त करने में कारोबार स्थापित करने में,तो समाज के बहुत से माता पिता ओं को यह आशा जगती है,कि वह भी अपनी बच्चियों को पढ़ाने भेजेंगे,तो उनके बेटियां भी लाइफ में ऐसे सफलताओं को प्राप्त करेगी और वही यदि कोई लड़की अलग से दुर्घटना के शिकार हो जाती है, बेटियों के मां बाप का दिल भय से कांप उठता है! 


लड़के और लड़कियों से यही कहना है कि, लाइफ में ऐसी कोई गलती ना करें, जिसका आपको हमेशा पछतावा रहें - क्योंकि हाथ काट कर नहीं देखा जा सकता है -कि हाथ कटने का दर्द क्या होता है, यकीन मानिए आप चाहे पुरुष हैं, या महिला है,आज के समय में प्रेम और प्यार के पचड़े मैं मत पड़ना- क्योंकि आपको जीवन में सफल बनना है,आपको लाइफ में बहुत सारी उपलब्धियां अर्जित करनी है, आपको आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनना है तो, अपने नैतिक जिम्मेदारियों को समझने का प्रयास करें, उन्हें अपनाने की कोशिश करें और बस इस नियम को अपना ही लेना ।

एक बेटी सफल होती है तो समाज 100 बेटीयों पर विश्वास करता है,और वही एक बेटी बदनाम होती हैं तो समाज की 1000 बेटीयां घर की चारदीवारी में कैद होकर रह जाती है!


जिनको मेरा यह लेख अच्छा लगे वह,अपने फेसबुक पर व्हाट्सएप पर शेयर कर देना और जिन्हें यह लेख अच्छा नहीं लगे वह मुझे माफ करें। 


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